नॉर्थ हैमग्योंग प्रांत स्थित मुसान स्टूडेंट्स एंड चिल्ड्रन पैलेस जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में पढ़ने वाले बच्चे जु ए की ड्रेसिंग स्टाइल को अपना आदर्श मान रहे हैं। बेल-बॉटम जीन्स, लेदर जैकेट्स और हाई बूट्स जैसे फैशनेबल कपड़े बच्चों की पहली पसंद बन गए हैं—और यह सब जु ए की स्टेट मीडिया में दिखने वाली तस्वीरों से प्रेरित है।
“मैं तो लीडर की बेटी जैसी दिख रही हूं!”—ऐसा कहते हुए बच्चे अपने पहनावे पर गर्व महसूस कर रहे हैं।
फैशन नहीं, स्टेटस की निशानीयह ट्रेंड आम बच्चों के लिए नहीं है। ये ‘चिल्ड्रन पैलेस’ सिर्फ उच्च अधिकारियों और अमीर व्यापारियों के बच्चों के लिए होते हैं, जहां उन्हें नृत्य, संगीत, कला और विज्ञान जैसी विशेष शिक्षा मिलती है। इन संस्थानों में नियम ढीले होते हैं और अभिव्यक्ति की थोड़ी आज़ादी होती है।
जु ए का स्टाइल केवल फैशन नहीं बल्कि एक सामाजिक दर्जे का भी प्रतीक बन चुका है। उनका ग्लैमर देश के संपन्न वर्ग में ऊँचे दर्जे का द्योतक बन गया है।
माता-पिता की छिपी चिंताबाहर से भले ही यह एक मासूम फैशन ट्रेंड लगे, लेकिन कई माता-पिता चिंतित हैं। उत्तर कोरिया में नेताओं की नकल करना आम नागरिकों के लिए खतरनाक माना जाता है। हालांकि अब तक चिल्ड्रन पैलेस में पढ़ने वाले इन विशेष वर्ग के बच्चों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है, फिर भी जोखिम बना रहता है।
साधारण बच्चों के लिए नहीं है यह आज़ादीअगर कोई आम छात्र जु ए जैसी ड्रेस पहने या उनके जैसे हेयरस्टाइल बनाए, तो उसे सजा मिलने की पूरी संभावना होती है। सूत्रों के मुताबिक, अप्रैल 15 जैसे राष्ट्रीय पर्व को छोड़कर, आमतौर पर इस तरह के पहनावे पर सख्त रोक होती है।
किम जु ए की सार्वजनिक मौजूदगी और उनकी लोकप्रियता अब उत्तर कोरिया के बच्चों के व्यवहार, पहचान और सामाजिक बर्ताव पर असर डाल रही है—हालांकि यह बदलाव भी देश की सामाजिक असमानताओं के दायरे में ही सिमटा हुआ है।
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